सकल हिन्दू समाज का उमड़ा सैलाब, जनआक्रोश रैली निकालकर केंद्र सरकार से की हस्तक्षेप की मांग
उज्जैन। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बुधवार दोपहर को सकल हिंदू समाज बड़ी संख्या में सड़क पर उतरा। जिसमें संपूर्ण हिंदू समाज ने एकजुट होकर धर्म की रक्षा का आह्वान किया। इसके साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को अंतरराष्ट्रीय मंच और वैश्विक स्तर पर उठाने की मांग केंद्र सरकार से की गई।
दोपहर 3 बजे सामाजिक न्याय परिसर में सकल हिन्दू समाज एकत्र हुआ। जिसमें हजारों की संख्या में सर्व समाज के लोग शामिल हुए l इसके उपरांत शहीद पार्क तक जनआक्रोश रैली निकाली गई जो विभिन्न मार्गों से होती हुई फ्रीगंज स्थित शहीद पार्क पहुंची l जहां राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला कलेक्टर नीरज सिंह को सौपा गया।
जनआक्रोश रैली में बड़ी सँख्या में मातृशक्ति, युवा, संत समाज और सकल हिंदू समाज हजारों की संख्या में शामिल हुआ। इस मौके पर फ्रीगंज स्थित शहीद पार्क पर सभा का आयोजन भी किया गया l जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में माला सिंह ठाकुर उपस्थित हुई l इसके अतिरिक्त संत रामदास महाराज, जसविंदर ठकराल, अशोक भंडारी और संयोजक विनोद शर्मा विशेष रूप से मंच पर मौजूद रहे l
मुख्य वक्ता माला सिंह ठाकुर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में जिस प्रकार से लगातार बहनो पर, संपूर्ण हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही है, हमारी आस्था के केंद्र, हमारे धर्म स्थलो पर हो रहे आक्रमण भी ध्यान में आ रहे हैं, उससे संपूर्ण हिंदू समाज के अंदर लगातार आक्रोश है l और आज उसी आक्रोश का सामुहिक प्रदर्शन हम यहाँ देख पा रहे हैl केवल उज्जैन ही नहीं, केवल भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व का सकल हिंदू समाज बांग्लादेश में जो घटनाएं लगातार हो रही है जिसके विरोध में वहा का हिंदू बंधु जो है वो अपनी पूरी क्षमता और सामर्थ्य के साथ खड़ा है और लड़ाई लड़ रहा हैl आज हम सब भी अपनी पूरी क्षमता और सामर्थ्य के साथ उनके सहयोग हेतु यहाँ पर एकत्रित हुए है l बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ भारत का संपूर्ण हिंदू समाज चट्टान की तरह खड़ा है l उन्होंने कहा हम संयुक्त राष्ट्र महासंघ और भारत सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि दंगाइयों पर तुरंत कार्रवाही के लिये बांग्लादेश की सरकार पर दबाव बनाया जाये l इस प्रकार की घटनायें पुनः न हो उसकी चिंता अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की जाना चाहिए l इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी सभा को संबोधित किया l
सर्व हिंदू समाज ने भारत की महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौप कर कहा कि हम, भारत के नागरिक और सकल हिंदू समाज के प्रतिनिधि, बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों पर हो रहे अत्याचारों के प्रति अपनी गहरी चिंता और विरोध व्यक्त करते हैं।
बांग्लादेश में वर्तमान में जो अत्याचार चल रहे हैं, वे न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि इनसे हमारे साझा सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्य भी आहत हो रहे हैं। हमारा देश, भारत, हमेशा से विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और आस्थाओं का संगम रहा है। बांग्लादेश भी हमारे इतिहास, संस्कृति और समाज का एक अभिन्न हिस्सा है। फिर भी, वहाँ पर हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों के खिलाफ हो रहे घृणित हमलों और अत्याचारों ने हमारी अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है। इन घटनाओं में हजारों हिंदू, बौद्ध और ईसाई परिवारों को विस्थापित किया गया है और उनके धार्मिक स्थलों को तोड़ा गया है। उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमले किए जा रहे हैं, जो न केवल बांग्लादेश के संविधान और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों का उल्लंघन हैं, बल्कि हमारे समग्र मानवता के लिए भी एक खतरा हैं l
सकल हिंदू समाज द्वारा की गई प्रमुख मांगे
1. भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश सरकार पर दबाव डाला जाए ताकि वहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और धार्मिक स्वतंत्रता को कायम रखा जा सके।
2. संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के माध्यम से बांग्लादेश सरकार को इन अत्याचारों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित किया जाए।
3. अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि इस प्रकार के अपराधों की पुनरावृत्ति न हो