साहित्य

विश्व भाषा बनने की ओर अग्रसर हिंदी का भविष्य बहुत उज्ज्वल आईपीआरसीएल के राजभाषा समारोह में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

मुंबई। विश्व भाषा बनने की ओर निरंतर अग्रसर हिंदी भाषा का भविष्य बहुत उज्ज्वल है और यह अहम बात हर हिंदी भाषी को अत्यंत गौरवान्वित करने वाला सुखद तथ्य है।
यह महत्वपूर्ण जानकारी महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य, वरिष्ठ गीतकार एवं स्वतंत्र पत्रकार गजानन महतपुरकर ने इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईपीआरसीएल) के मझगांव डॉक, मुंबई स्थित प्रधान कार्यालय में शुक्रवार, 29 सितम्बर, 2023 को आयोजित राजभाषा पखवाड़े के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए दी।

उन्होंने कहा कि जब हम हिंदी की विश्व व्याप्ति और वैश्विक भाषा के रूप में अद्यतन स्थिति पर विचार करते हैं, तो पाते हैं कि आज हिंदी सम्पूर्ण विश्व में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। उन्होंने बताया कि इस समय सम्पूर्ण विश्व में बहुभाषिकता को बढ़ावा मिल रहा है, जिसके फलस्वरूप हिंदी सम्पूर्ण विश्व में लगभग 65 करोड़ व्यक्तियों की पहली भाषा और 50 करोड़ व्यक्तियों की दूसरी या तीसरी भाषा है। शेष विश्व में लगभग 20 करोड़ व्यक्तियों द्वारा चौथी, पाॅंचवीं और विदेशी भाषा के रूप में हिंदी प्रयुक्त होती है। इस तरह सम्पूर्ण विश्व में 135 करोड़ लोग किसी-न-किसी रूप में हिंदी भाषा को बोल अथवा समझ लेते हैं। अत: हिंदी का भविष्य निश्चित रूप से काफी उत्साहवर्धक है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी को हमारे संविधान में राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया है, अत: हम सभी को अपना दैनिक सरकारी कामकाज अधिक से अधिक हिंदी में करने के प्रयास करने चाहिये, ताकि आईपीआरसीएल में राजभाषा हिंदी का प्रयोग उल्लेखनीय स्तर पर हो सके। आईपीआरसीएल के मुख्य महाप्रबंधक (परिचालन एवं व्यापार विकास) और मुख्य राजभाषा अधिकारी राजकुमार लाल ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हमें अपने प्रयास निरंतर जारी रखने चाहिये और तकनीकी कार्यों में भी वांछनीय कार्य हिंदी में शुरू करने की दिशा में ठोस कदम उठाये जाने चाहिये।
उन्होंने बताया कि आईपीआरसीएल में 18 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2023 तक मनाये गये राजभाषा पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें रचनात्मक लेखन, आशुभाषण, निबंध एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताऍं मुख्य रूप से शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं में विजयी रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता और विशिष्ट अतिथि गजानन महतपुरकर के हाथों पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किये गये। समारोह की शुरुआत में आईपीआरसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता ने विशिष्ट अतिथि गजानन महतपुरकर को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर उनका स्वागत-सत्कार किया। अंत में आईपीआरसीएल के कम्पनी सचिव एवं उप मुख्य राजभाषा अधिकारी दलवीर सिंह ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। समारोह का संचालन आईपीआरसीएल के राजभाषा प्रबंधक अनुराग शर्मा ने किया।
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Dr. Sanjay Nagar

Author & Co-Founder Takshit News

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