“हिंदी के बढ़ते कदम” विषय पर परिसंवाद का सफल आयोजन
मुंबई ।महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई और जेबीसीएन इंटरनेशनल विद्यालय, बोरीवली, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में *”हिंदी के बढ़ते कदम”* विषय पर परिसंवाद का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता करते हुए महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने कहा कि हिंदी वालों के बीच हिंदी की बात करने के साथ यह परम आवश्यक है कि अंग्रेज़ी माध्यम के विद्यालयों में भी हिंदी के महत्व को रेखांकित करने वाले कार्यक्रम आयोजित किये जायें। उन्होंने कहा कि अकादमी ऐसे अनेक कार्यक्रम आयोजित करने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रही है।
जेबीसीएन इंटरनेशनल विद्यालय की प्राचार्या डॉ. देबिका चटर्जी ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मेरी माॅं विद्यालय में अंग्रेज़ी और घर में बंगाली भाषा में बात करने पर ज़ोर देती थीं। उन्होंने कहा कि सम्पर्क भाषा के रूप में हिंदी बोलना अधिक सुविधाजनक रहा। परिसंवाद में डॉ. बृजबाला सूरी, डॉ. शारदा शर्मा, सुश्री नग़मा शेख और सुश्री प्रमिला सतीश सहित विभिन्न वक्ताओं ने हिंदी की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अहिंदीभाषी होते हुए भी हिंदी के ज़रिये पहचान बनाना सौभाग्य की बात है। इस कार्यक्रम में लंदन और माॅरीशस में हिंदी में कार्य करने वाले विभिन्न विद्वानों ने डिजिटल माध्यम से अपनी बात रखी। इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार डॉ. संजय सिंह की अपराध पर आधारित वेब सीरीज़ ‘स्कैम -2003’ की सफलता पर उनका सम्मान किया गया। जेबीसीएन इंटरनेशनल विद्यालय की हिंदी विभाग प्रमुख डॉ. मनसा मिश्रा के साथ सुश्री कविता गांग्यान, सुश्री शैला लुइस, राजेश और सुश्री मनीषा उपाध्याय के सहयोग से परिसंवाद की सफलता सुनिश्चित हुई। इस परिसंवाद में अकादमी के सदस्यों डॉ. संजय सिंह, आनंद सिंह और मार्कंडेय त्रिपाठी तथा अकादमी के सचिव सचिन निंबालकर के अलावा सुश्री चंद्रावती पाल, सुश्री नूतन मिश्रा, डॉ. अमर यादव और डॉ. जीतेंद्र पांडेय सहित विभिन्न साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे। साथ ही बड़ी संख्या में अध्यापकों और विद्यार्थियों की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को सफल और यादगार बनाया।